Donations are essential to keep Write Out Loud going    

Hindustani Poem (Remove filter)

Recent Comments

आज बड़े दिनों के बाद|

जाने क्यों लिखने की हुई फ़रियाद…

आज बड़े दिनों के बाद|

शायद उनके आने से लौट आया शाद,

आज बड़े दिनों के बाद|

आँखे उनकी या पैमाना, हसरते आबाद,

आज बड़े दिनों के बाद|

खुद बा खुद उठी कलम लिख बैठी उन्हें कर के याद,

आज बड़े दिनों के बाद|

गलतफहमिया दूर हो गयी, गलतियों से मिला निजाद,

आज बड़े दिनों के बाद|

तस्वीर उनकी मुख़्तलिफ़, तबस्सुम नायाब इजाद;

आज बड़े दिनों के बाद|

ना परदा ना...

Read and leave comments (0)

Hindustani Poemurdu poetryHindi Song

This site uses cookies. By continuing to browse, you are agreeing to our use of cookies.

Find out more Hide this message